धाम में हर घंटे 2000 से अधिक भक्त कर सकेंगे दर्शन, यात्रियों की संख्या के अनुसार होंगी व्यवस्थाएं
केदारनाथ यात्रा 2 मई से शुरू हो रही है, और इसके सफल आयोजन के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को बाबा केदारनाथ के दर्शन कराने के लिए व्यापक योजना तैयार की है। कपाटोद्घाटन के पहले दिन से ही यह प्रयास रहेगा कि श्रद्धालु सुचारू रूप से दर्शन कर सकें और किसी को भी बिना दर्शन किए लौटना न पड़े। इसके तहत प्रति घंटे 2000 से 2200 श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश देकर दर्शन करवाने की व्यवस्था बनाई जा रही है। साथ ही, मौसम और यात्रियों की संख्या के अनुसार व्यवस्थाओं को लचीला रखा जाएगा ताकि किसी को असुविधा न हो।
यात्रा की तैयारियां जोरों पर
लोक निर्माण विभाग (PWD) भी तैयारियों में जुटा हुआ है। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसी क्रम में श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की एक टीम बीकेटीसी के मुख्य कार्यधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल के नेतृत्व में श्रीबदरीनाथ धाम पहुंच चुकी है। जल्द ही यह टीम केदारनाथ भी पहुंचेगी, जिससे 2 मई से पहले सभी आवश्यक तैयारियां पूरी की जा सकें।
इस बार मंदिर समिति का मुख्य लक्ष्य दर्शन व्यवस्था को सुचारू और प्रभावी बनाना है। यदि यह योजना सफल होती है और मंदिर प्रतिदिन 12 घंटे तक खुला रहता है, तो रोजाना लगभग 24,000 से 26,000 श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा, श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन पूजा की व्यवस्था भी की जा रही है, जो मुख्य रूप से रात के समय आयोजित की जाएगी।
पिछली यात्राओं के आंकड़े
पिछले वर्ष 2024 में केदारनाथ में कपाटोद्घाटन के दिन रिकॉर्ड 29,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। वहीं, 28 मई 2024 को एक दिन में 38,602 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर नया रिकॉर्ड बनाया था। इस बार भी यात्रा की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है, जिसके मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
व्यवस्थाओं की होगी कड़ी निगरानी
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। हर घंटे श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास की कड़ी निगरानी की जाएगी, ताकि दर्शन व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो सके। इसके लिए अलग-अलग टीमें तैनात की जाएंगी, जो नियमित रूप से यात्रियों की संख्या और दर्शन प्रक्रिया पर नजर रखेंगी।
मौसम और यात्रियों की संख्या के आधार पर दर्शन की संख्या को घटाया या बढ़ाया जा सकता है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो। प्रशासन का प्रयास रहेगा कि सभी श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकें और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
अधिकारियों का बयान
बीकेटीसी के मुख्य कार्यधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने कहा,
“हमारा प्रयास होगा कि कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन किए वापस न लौटे। पहले दिन से ही दर्शन व्यवस्था को व्यवस्थित किया जाएगा और पहले सप्ताह में प्रतिघंटा 2000 से 2200 श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसके लिए सभी जिम्मेदारियों का स्पष्ट रूप से वितरण किया जाएगा और व्यवस्थाओं की निरंतर निगरानी होगी।”
केदारनाथ यात्रा को सफल बनाने के लिए मंदिर समिति, प्रशासन, और स्थानीय निकाय मिलकर काम कर रहे हैं। यात्रा को सुगम बनाने के लिए सभी आवश्यक संसाधन जुटाए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव मिल सके।