उतराखंड में दो दिनों से जारी बर्फबारी और बारिश के कारण हाईवे बंद हो गए हैं। मसूरी, चकराता और चारधाम बर्फ से ढक गए हैं। जिससे पर्यटक बाहर से आने लगे हैं।
चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से आगे बंद हो गया है वहीं औली मार्ग पर बर्फ में कई वाहन फंस गए। वहीं जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर भी आवाजाही बाधित हो गई है। जिले बीआरओ और एनएच की टीमों ने छह घंटे की मशक्कत के बाद खोला। यहां पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के मध्येनजर रात्रि में आवाजाही पर रोक लगा दी है।बर्फबारी से चमोली-मंडल-ऊखीमठ हाईवे चोपता से कांचुलाखर्क तक बर्फ से ढक गया है जिससे यहां वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है।
वहीं चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी का कहना है कि मंडल-ऊखीमठ हाईवे, बदरीनाथ हाईवे और औली सड़क से बर्फ हटाने के लिए संबंधित निर्माण एजेंसियों की ओर से जेसीबी से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।औली मार्ग पर बर्फ में फंसे वाहनों को निकालने के लिए बीआरओ की जेसीबी जुटी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कें सुचारु स्थिति में हैं। सीमांत जिले में बर्फबारी के कारण गंगोत्री हाईवे सुक्की टॉप के पास बंद हो गया था।
वहीं उत्तरकाशी लंबगांव मार्ग चौरंगीखाल के पास बंद हो गया। उधर, यमुनोत्री हाईवे पर राड़ी टॉप के पास हाईवे फिसलनभरा होने के कारण आवाजाही ठप हो गई थी हालांकि गंगोत्री हाईवे पर सुक्की टॉप में बीआरओ, उत्तरकाशी लंबगांव मार्ग पर लोनिवि और यमुनोत्री हाईवे पर एनएच की टीमें बर्फ हटाकर यातायात बहाल करने के काम में जुटी हुई हैं।लेकिन रुक-रुककर जारी बर्फबारी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इधर उत्तरकाशी जिले की लाइफलाइन मसूरी-सुवाखोली मार्ग सुवाखोली के पास बंद है। वहीं, बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब सहित फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी के साथ ही नीती और माणा घाटी की ऊंची चोटियों पर जमकर बर्फबारी हुई।
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