हरिद्वार: मनसा देवी मार्ग हादसे में घायल महिला की मौत, एम्स ऋषिकेश में इलाज के दौरान तोड़ा दम
हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर के मार्ग पर बीते रविवार को हुई भगदड़ की घटना में घायल एक महिला की मौत हो गई है। महिला को गंभीर हालत में ऋषिकेश स्थित एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया।
52 वर्षीय महिला फूलमती को हादसे के तुरंत बाद एम्स ट्रॉमा सेंटर के रेड जोन में भर्ती किया गया था। उन्हें शरीर में कई जगह गंभीर चोटें आई थीं और उनकी स्थिति लगातार नाजुक बनी हुई थी। चिकित्सकों की निगरानी में उपचार जारी था, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
यह हादसा रविवार को उस समय हुआ था जब हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर भारी भीड़ उमड़ आई थी। सावन माह होने के कारण मंदिर में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आवाजाही हो रही थी। इस दौरान अफवाह फैल गई कि रास्ते में करंट दौड़ गया है। करंट की खबर सुनते ही श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
अचानक मची इस भगदड़ में लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। चीख–पुकार के बीच कई श्रद्धालु दब गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। इस भयावह घटना में अब तक कुल नौ लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें फूलमती की ताजा मृत्यु भी शामिल हो गई है।
एम्स प्रशासन के अनुसार, हादसे के बाद कुल 15 घायलों को अस्पताल लाया गया था। इनमें से पांच को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई थी, जबकि शेष 10 घायल अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें दो साल की एक बच्ची और 26 वर्षीय एक युवती की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। अस्पताल प्रशासन की ओर से घायलों के इलाज के लिए विशेष चिकित्सकीय टीम गठित की गई है, जो लगातार उनकी निगरानी कर रही है।
हादसे के बाद मंदिर और आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। राज्य सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों के लिए एक मास्टर प्लान तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।