देहरादून –भूपेश जोशी नामक व्यक्ति ने मजार मामले में डीएम को ज्ञापन देने वालों के लिए किया था अभद्र भाषा का इस्तेमाल
देहरादून। देहरादून में जन मुद्दों और सामाजिक सौहार्द के लिए काम करने वाले लोगों पर सोशल मीडिया में अभद्र टिप्पणी करने और उनकी पिटाई करने की बात कहने वाले व्यक्ति के खिलाफ थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया है। विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों ने आज एसएसपी से मुलाकात कर उक्त व्यक्ति की शिकायत की थी। सोशल मीडिया पर गाली-गलौच करने और समुदाय विशेष के प्रति नफरत फैलाने वाले कुछ अन्य लोगों के नाम पर पुलिस को दिये गये हैं।
बीते 25 अप्रैल को जिला प्रशासन ने एक शिकायत के आधार पर दून अस्पताल के बाहर सैकड़ों साल पुरानी मजार रात के अंधेरे में तोड़ दी थी। 28 अप्रैल में विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने मजार तोड़ने के खिलाफ डीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा था।

29 अप्रैल को अखबारों में ज्ञापन देने संबंधी खबर थी, जिसमें वहां मौजूद कुछ लोगों के नाम भी थे। भूपेश जोशी नामक एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर खबर में छपे नामों को हवाला देते हुए लिखा कि इन लोगों के साथ ऐसा बर्ताव करना चाहिए कि ये अपने घर से बाहर भी निकलने में भी डरें। गाली गलौच की भाषा का इस्तेमाल करते हुए भूपेश जोशी ने यह भी लिखा कि मुसलमानों से बाद में निपट लेंगे, पहले इन लोगों की ठुकाई करनी जरूरी है।
इस मामले में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने एसएपी अजय सिंह से मुलाकात की और उन्हें इस पोस्ट की स्क्रीन शॉट उपलब्ध करवाये। एसएसपी ने प्रतिनिधियों की बातें ध्यान से सुनी और इसे गंभीर मामला मानते हुए तुरंत प्रभाव से मुकदमा दर्ज करने को कहा। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में कानूनी दायरे में जितना कुछ हो सकता है, वह कड़ाई के साथ किया जाएगा। मुकदमा उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट की ओर से थाना नेहरू कॉलोनी में दर्ज करवाया गया है। सामाजिक संगठनों का कहना है कि इस मामले के अन्य सभी कानूनी पहलुओं पर भी जानकारों से सलाह ली जा रही है।
एसएसपी से मिलने वालों में निर्मला बिष्ट, कमला पंत, रजिया बेग, हेमलता नेगी, डॉ. रवि चोपड़ा, नन्द नन्दन पांडेय, इंद्रेश मैखुरी, अनंत आकाश, त्रिलोचन भट्ट, तुषार रावत, हिमांशु चौहान, आरिफ खान, राघवेन्द्र आदि मौजूद थे।