टिहरी। सोमवार दोपहर बाद एक भीषण सड़क हादसे में एक कार अनियंत्रित होकर करीब 500 मीटर गहरी खाई में जा गिरी, जिससे दो शिक्षकों और एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा हरिद्वार से टिहरी के सेमंडीधार जा रही कार के साथ डोबरा-चांठी पुल मार्ग पर बागबाटा के पास हुआ। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए।
मृतकों की पहचान और दुर्घटना का विवरण
टिहरी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, हादसे में उत्तरकाशी के जोगथ निवासी 36 वर्षीय विजय प्रकाश (पुत्र सुरेंद्र दत्त जगूड़ी), 36 वर्षीय सोनू कुमार (पुत्र हरिराम) और सोनू की 32 वर्षीय पत्नी की मौत हो गई। विजय प्रकाश सेमंडीधार के राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) में अध्यापक थे और वर्तमान में ऋषिकेश के पास गुमानीवाला में रह रहे थे। वहीं, सोनू कुमार हरिद्वार के मदनपुर के हसनपुर इलाके के रहने वाले थे और जीआईसी सेमंडीधार में अतिथि शिक्षक के रूप में रसायन (केमिस्ट्री) पढ़ाते थे।
सोमवार को सोनू कुमार अपनी कार से हरिद्वार से सेमंडीधार के लिए निकले थे। उनके साथ उनकी पत्नी और विजय प्रकाश भी यात्रा कर रहे थे। कार को सोनू चला रहे थे, लेकिन जैसे ही वे डोबरा-चांठी मोटर मार्ग पर पहुंचे, कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन जब तक बचाव कार्य शुरू हुआ, तब तक तीनों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
दुर्घटना का कारण अज्ञात, पुलिस कर रही जांच
नई टिहरी के एसएचओ अजय जाटव ने बताया कि दुर्घटना के वास्तविक कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या हादसा ओवरस्पीडिंग, वाहन में तकनीकी खराबी, सड़क की खराब स्थिति या किसी अन्य कारण से हुआ।
दुर्घटना के बाद घटनास्थल का भयावह दृश्य
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा बेहद दर्दनाक था। कार के गहरी खाई में गिरते ही एक तेज धमाका हुआ और कार के टुकड़े चारों तरफ बिखर गए। राहत और बचाव कार्य के दौरान शवों को खाई से बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
परिजनों को दी गई सूचना, शोक की लहर
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचित किया। सोनू कुमार और विजय प्रकाश के परिवारजनों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों ने जैसे ही यह दुखद समाचार सुना, उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
स्थानीय प्रशासन की अपील: सावधानी बरतें
इस सड़क पर पहले भी इस तरह की कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। प्रशासन ने अपील की है कि इस मार्ग पर वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरती जाए। खासकर तेज ढलानों, तीखे मोड़ों और खराब मौसम में अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे
पुलिस ने बताया कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद उन्हें परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
समाज और शिक्षा जगत में शोक की लहर
इस हादसे के बाद शिक्षा जगत में गहरी शोक की लहर दौड़ गई है। दोनों शिक्षक अपने क्षेत्र में बेहद सम्मानित और विद्यार्थियों के प्रिय थे। उनके निधन से क्षेत्र में गम का माहौल है।
स्थानीय लोगों की मांग: दुर्घटनास्थल पर सुरक्षा उपाय बढ़ाए जाएं
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि डोबरा-चांठी मोटर मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और सावधानी की जरूरत को रेखांकित करता है। ऐसे पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करते समय सावधानी बरतना बेहद आवश्यक है ताकि इस तरह की दर्दनाक घटनाओं को टाला जा सके।