दाखिल-खारिज के एवज में मांगी थी रिश्वत, रंगेहाथ गिरफ्तार
टिहरी गढ़वाल। जनपद टिहरी गढ़वाल के तहसील धनोल्टी में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां तहसील में तैनात नाजिर वीरेन्द्र सिंह कैन्तुरा को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई सतर्कता अधिष्ठान, देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा एक योजनाबद्ध तरीके से की गई, जो कि एक शिकायतकर्ता द्वारा दी गई सूचना पर आधारित थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान को अवगत कराया कि उसकी पत्नी ने दिनांक 31 जनवरी 2025 को ग्राम छनाड़, तहसील थत्यूड़ जौनपुर, जिला टिहरी गढ़वाल में लगभग 1500 वर्ग मीटर भूमि खरीदी थी। इस भूमि की दाखिल-खारिज की प्रक्रिया नियमानुसार तहसील कार्यालय में चल रही थी, किंतु वहां तैनात नाजिर वीरेन्द्र सिंह कैन्तुरा इस प्रक्रिया में जानबूझकर बाधा उत्पन्न कर रहा था।
शिकायतकर्ता का आरोप था कि नाजिर कैन्तुरा ने दाखिल-खारिज में आपत्ति रिपोर्ट को जानबूझकर गलत तरीके से दर्ज किया, जिससे प्रक्रिया आगे न बढ़ सके। इसके बाद उसने शिकायतकर्ता से साफ तौर पर कहा कि यदि वह चाहता है कि आपत्ति हटाकर सही रिपोर्ट लगाई जाए और उसकी पत्नी के नाम भूमि दर्ज हो, तो उसे 15 हजार रुपये की रिश्वत देनी होगी।
इस गंभीर आरोप की जांच करने और रिश्वतखोर कर्मचारी को पकड़ने के उद्देश्य से सतर्कता अधिष्ठान देहरादून की ट्रैप टीम सक्रिय हुई। योजना के अनुसार, टीम ने शिकायतकर्ता के सहयोग से तहसील धनोल्टी स्थित कार्यालय में जाल बिछाया और जैसे ही नाजिर वीरेन्द्र सिंह कैन्तुरा ने रिश्वत की राशि ली, टीम ने उसे रंगेहाथ धर दबोचा।
गिरफ्तारी के तुरंत बाद सतर्कता टीम ने अभियुक्त नाजिर के आवास और अन्य संबंधित स्थानों पर छापेमारी भी शुरू कर दी। टीम यह भी जांच कर रही है कि अभियुक्त ने अपने सेवा काल में आय से अधिक संपत्ति तो नहीं अर्जित की है। इस संबंध में पूछताछ और दस्तावेजों की छानबीन की जा रही है।
इस सफल कार्रवाई पर सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक वी. मुरूगेसन ने ट्रैप टीम की सराहना करते हुए उन्हें नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाइयों से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में सहायता मिलेगी और आम जनता का विश्वास सरकारी तंत्र में बढ़ेगा।
सतर्कता अधिष्ठान ने आम जनमानस से अपील की है कि यदि कोई भी सरकारी कर्मचारी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए रिश्वत की मांग करता है, अथवा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करता है, तो उसकी सूचना तुरंत सतर्कता विभाग को दें। इसके लिए विभाग ने टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 और व्हाट्सएप नंबर 9456592300 जारी किया है, जिस पर जनता निर्भीक होकर शिकायत दर्ज करा सकती है। सतर्कता अधिष्ठान ने भरोसा दिलाया है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।