चारधाम यात्रा की तैयारी जोरों पर: यात्रियों के लिए 60 ऑफलाइन पंजीकरण काउंटर, अब तक 14 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन
देवभूमि उत्तराखंड में 30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। इस बार यात्रा को अधिक सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस बार 60 ऑफलाइन पंजीकरण काउंटर खोले जा रहे हैं। इन काउंटरों के माध्यम से उन यात्रियों को सहूलियत मिलेगी जो बिना पूर्व पंजीकरण के राज्य में प्रवेश करेंगे।
पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने इन पंजीकरण काउंटरों के लिए विभिन्न प्रमुख स्थलों को चिह्नित कर लिया है। यात्रा के लिए ऑनलाइन आधार आधारित पंजीकरण की प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू कर दी गई थी, और अब तक कुल 14 लाख से अधिक यात्रियों ने अलग-अलग तिथियों के लिए पंजीकरण करा लिया है। चारधाम की क्षमता को ध्यान में रखते हुए कुल पंजीकरण में से 60 प्रतिशत ऑनलाइन और 40 प्रतिशत ऑफलाइन किए जाएंगे।
ऑफलाइन पंजीकरण के लिए हरिद्वार में 12, ऋषिकेश में 20, विकासनगर में 15 काउंटर खोले जाएंगे। इसके अलावा गुप्तकाशी, बड़कोट, उत्तरकाशी, हीना, श्रीनगर और पांडुकेश्वर में दो-दो और सोनप्रयाग में एक काउंटर स्थापित किया जाएगा। यह पंजीकरण केंद्र यात्रा शुरू होने से तीन दिन पहले से कार्यशील हो जाएंगे। खास बात यह है कि यात्रा के शुरुआती 15 दिनों तक यह सभी काउंटर 24 घंटे संचालित किए जाएंगे, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रशासन इस बार यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए पूरी तरह सतर्क है। स्वास्थ्य जांच, डिजिटल ट्रैकिंग, ट्रैफिक कंट्रोल और आपातकालीन व्यवस्थाओं पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह राज्य की आर्थिकी में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है। सरकार को इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है और उसी के अनुरूप व्यवस्थाएं की जा रही हैं।