मुख्यमंत्री ने सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) पद के नवचयनित अभ्यर्थियों को सौंपे नियुक्ति पत्र
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को परिवहन विभाग के अंतर्गत सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) पद पर नियुक्त आठ नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने सभी अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उनके जीवन में एक नई और महत्वपूर्ण शुरुआत है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी नवचयनित अभ्यर्थी अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे और परिवहन विभाग में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड एक विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है, जहाँ परिवहन क्षेत्र में अनेक प्रकार की चुनौतियाँ मौजूद हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, और वाहन फिटनेस जैसी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने नव नियुक्त अभ्यर्थियों से अपेक्षा की कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाएंगे और सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड एक प्रसिद्ध धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जहाँ प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। इस कारण सड़क परिवहन की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने, मोटर वाहन अधिनियम और नियमों के प्रभावी क्रियान्वयन, और वाहनों की फिटनेस जाँच की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों को इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में यह भी उल्लेख किया कि राज्य सरकार प्रदेश में परिवहन व्यवस्था को और अधिक आधुनिक, सुदृढ़ और सुरक्षित बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाना है, ताकि आम जनता को सुगम और सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्राप्त हो सके। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए डिजिटल तकनीक को परिवहन विभाग में व्यापक रूप से लागू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि वाहनों की फिटनेस जाँच को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सड़कों पर केवल सुरक्षित और फिट वाहनों का संचालन हो। इसके साथ ही, चालान प्रक्रिया को भी डिजिटल माध्यम से जोड़ा जा रहा है, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी और अनियमितताओं पर नियंत्रण रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है, ताकि नागरिकों को बेहतर सेवाएँ मिल सकें और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके।
मुख्यमंत्री धामी ने नव नियुक्त अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा, ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ करें। उन्होंने कहा कि उनका कार्य केवल एक प्रशासनिक दायित्व नहीं है, बल्कि यह प्रदेश की परिवहन व्यवस्था को अधिक सुरक्षित और सुगम बनाने की एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि नवचयनित अभ्यर्थी अपने कार्यक्षेत्र में नवाचार लाने का प्रयास करेंगे और अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ करेंगे।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर परिवहन सचिव बृजेश कुमार संत, अपर सचिव परिवहन एवं प्रबंध निदेशक उत्तराखंड परिवहन निगम रीना जोशी तथा परिवहन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान परिवहन विभाग के अधिकारियों ने नव नियुक्त अभ्यर्थियों को शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये नव नियुक्त अधिकारी अपनी नई भूमिका में पूरी तत्परता के साथ कार्य करेंगे और परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करने में योगदान देंगे।