अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी-मुख्य सचिव
जाम व प्रदर्शन के बीच बड़े अधिकारी मोर्चे पर डटे
भाकपा माले ने पत्रकार पर दर्ज मुकदमे की निंदा की
यात्रियों की सुरक्षा में डीडीआरएफ, एसडीआरएफ तैनात
देहरादून। इन दिनों उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा, हाईकोर्ट की शिफ्टिंग व जंगल की आग को लेकर घमासान मचा हुआ है। नैनीताल हाईकोर्ट शिफ्टिंग व वनाग्नि पर सत्ता के गलियारे से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हलचल मची हुई है। जंगल की आग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के कड़े तेवर लगातार देखने को मिल रहे हैं।
इधर, बीते हफ्ते शुरू हुई चारधाम यात्रा को लेकर उमड़े श्रद्धालुओं के सैलाब व लम्बे जाम ने शासन-प्रशासन को हलकान कर रख दिया। दून से लेकर जिलों तक के अधिकारी-कर्मचारी व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश में जुटे हैं। आलाधिकारी धामों में कैम्प कर रहे हैं।
यात्रा मार्ग पर लग रहे जाम में दूर दराज से आये तीर्थयात्री भी विरोध प्रदर्शन करते देखे गए हैं। तीर्थ पुरोहित भी अपने मुद्दे को लेकर मुठ्ठियाँ ताने हुए हैं। (chardham yatra )
इस बीच, चारधाम पर ” गलत” खबर लिखने से नाराज प्रशासन ने पत्रकार मनमीत रावत पर मुकदमा दर्जकर दिया। भाकपा माले नेता इंद्रेश मैखुरी समेत अन्य लोगों ने इसे तानाशाही करार दिया है। इससे पहले, बीकेटीसी पत्रकार गजेंद्र रावत पर मुकदमा दर्ज करवा चुकी है।
दूसरी ओर, सरकारी सिस्टम चाक चौबंद व्यवस्था का दावा कर रहा है। यात्रियों, दुकानदारों व तीर्थ पुरोहितों के अपने दावे हैं। चारधाम यात्रा को शुरू हुए 6 दिन हो गए। लगभग 10 तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य खराब होने की वजह से निधन हो गया।
सरकार का कहना है कि तीर्थ यात्री अपनी मेडिकल हिस्ट्री न छुपाएं। विपक्ष पूरी तरह हमलावर है। बहरहाल, उत्तराखण्ड में चारधाम, जंगल की आग और नैनीताल हाईकोर्ट शिफ्टिंग मसले पर जमकर एक दूसरे की खिंचाई हो रही है। शासन को भरोसा है कि चारधाम यात्रा जल्द ही सुव्यवस्थित हो जाएगी। लेकिन नैनीताल हाईकोर्ट शिफ्टिंग व जंगल की आग पर सुप्रीम कोर्ट के रुख से आने वाले दिन भारी गर्म रहेंगे।
अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी-मुख्य सचिव

उधर, उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा पर कहा, “…बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु चार धाम यात्रा के लिए आ रहे हैं, इनके लिए सारी व्यवस्था की गई है… हम सभी प्रदेशों के मुख्य सचिव को पत्र भेज रहे हैं कि कोई श्रद्धालु अपंजीकृत वाहन में या अपंजीकृत तरीके से न आएं… बहुत सख्त जांच की जा रही है… यात्रा के प्रत्येक पड़ाव पर यात्रियों के लिए भोजन, पानी, शौचालय आदि की अच्छी व्यवस्था की गई है… कहीं भी कोई भगदड़ अब तक नहीं मची है, अगर कोई ऐसी अफवाह फैलाता है तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी… यात्रा सुचारू रूप से जारी है…”
यात्रियों की सुरक्षा में डीडीआरएफ, एसडीआरएफ तैनात
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा मार्ग में तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सेक्टर अधिकारी बीमार एवं घायल व्यक्तियों को मौके पर एमआरपी में इलाज की सुविधा मुहैया करा रहे हैं।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि छोटी लिनचोली में एक यात्री का स्वास्थ्य खराब होने पर डीडीआरएफ की टीम बीमार को एमआरपी भीमबली लाये।
प्राथमिक उपचार के बाद यात्री को गौरीकुंड के लिए रैफर किया गया । डीडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम द्वारा उपचार हेतु गौरीकुंड लाया गया। भैंरों मंदिर के पास एक यात्री की अचानक तबियत खराब होने पर डीडीआरएफ की टीम ने गौरीकुंड अस्पताल मेंइलाज करवाया।

एक अन्य घटना में एक महिला यात्री घोडे़ से गिरने के कारण घायल हो गई । डीडीआरएफ की टीम महिला (शकुतंला देवी उम्र 65 वर्ष निवासी इंदौर, मध्य प्रदेश) को स्ट्रेचर से गौरीकुंड लायी। प्राथमिक उपचार करने के बाद महिला को सोनप्रयाग चिकित्सालय के लिए रैफर किया गया।
थारू कैंप के पास घोड़े की टक्कर से एक यात्री के घायल होने पर छोटी लिनचोली आरएमपी ले जाया गया जहां उसे त्वरित उपचार दिलाया गया।