महिला पत्रकार को अश्लील वीडियो भेजने के आरोप में कांग्रेस से जुड़ा व्यक्ति मुकदमे में घिरा, पार्टी ने किया किनारा
देहरादून। राजधानी देहरादून में एक महिला पत्रकार को अश्लील वीडियो भेजने और अभद्र भाषा में कॉल करने का मामला सामने आया है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। आरोपी की पहचान जितेन्द्र चौहान उर्फ ‘जित्ती’ के रूप में हुई है, जो खुद को कांग्रेस पार्टी से जुड़ा नेता बताता रहा है। शिकायत मिलने के बाद पटेलनगर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पत्रकार को व्हाट्सएप पर भेजे अश्लील वीडियो
पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि 15 जून से आरोपी लगातार व्हाट्सएप के जरिए उसे आपत्तिजनक और अश्लील वीडियो भेज रहा था। यही नहीं, 15 से 17 जून के बीच उसने व्हाट्सएप कॉल पर भी अपमानजनक और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। महिला द्वारा कई बार आपत्ति जताने के बावजूद आरोपी की हरकतें नहीं रुकीं। इसके बाद पीड़िता ने इन चैट्स और कॉल्स के स्क्रीनशॉट सहित तहरीर पुलिस को सौंपी।
पटेलनगर कोतवाली प्रभारी सीबीएस अधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्राथमिक जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की गतिविधियों की डिजिटल ट्रैकिंग की जा रही है और जरूरत पड़ने पर उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जा सकता है।
कांग्रेस ने किया दूरी बनाने का प्रयास
मामले के तूल पकड़ते ही कांग्रेस पार्टी ने आरोपी से पल्ला झाड़ते हुए स्पष्ट किया है कि जितेन्द्र चौहान न तो पार्टी के प्राथमिक सदस्य हैं और न ही किसी अधिकृत पद पर हैं। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने इस संबंध में राज्य के पुलिस महानिदेशक, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भी लिखा है।
धस्माना ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि आरोपी पहले भी पार्टी कार्यालय में अनुशासनहीनता और अराजकता फैला चुका है, जिसके चलते उसका पार्टी कार्यालय में प्रवेश पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया था। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी महिला सम्मान और गरिमा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है और इस प्रकार के किसी भी कृत्य को सहन नहीं करेगी। आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।”
महिला संगठनों ने जताई नाराजगी
इस घटना को लेकर कई महिला संगठनों ने भी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि जब समाज में महिलाएं अपने अधिकारों और पेशे के प्रति सजग होकर आगे बढ़ रही हैं, तब ऐसे मामले समाज की मानसिकता को दर्शाते हैं कि महिलाओं को अब भी डिजिटल उत्पीड़न से जूझना पड़ता है। संगठनों ने पुलिस से आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी और त्वरित न्याय की मांग की है।
साइबर अपराध के बढ़ते मामले चिंता का विषय
देहरादून समेत पूरे उत्तराखंड में महिलाओं को डिजिटल माध्यमों से प्रताड़ित किए जाने के मामलों में हाल के वर्षों में वृद्धि देखी गई है। राज्य पुलिस की साइबर शाखा के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में ऐसे मामलों में 18% की बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता के साथ-साथ कठोर और तेज कानूनी कार्रवाई ही इस पर रोक लगा सकती है।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से आरोपी को पूरी तरह पार्टी से अलग बताया गया है।