धनपुरा धमाका: शटरिंग गोदाम मालिक गिरफ्तार, पटाखा बनाने का सामान बरामद
हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र के ग्राम धनपुरा में सोमवार को एक शटरिंग गोदाम में थिनर के ड्रम में जोरदार धमाका हो गया। धमाके की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। इस हादसे में दो लोग घायल हो गए, जिन्हें तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। धमाके के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीमों ने स्थिति को संभाला और इलाके को घेराबंदी कर सील कर दिया।
घटना के तुरंत बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेंद्र सिंह डोबाल के निर्देशन में एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी), बीडीएस (बम डिस्पोजल स्क्वॉड), और डॉग स्क्वॉड सहित कई विशेषज्ञ टीमों को मौके पर बुलाया गया। जांच के दौरान गोदाम के एक कमरे से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जैसे गंधक, पोटाश और अन्य ज्वलनशील पदार्थ बरामद किए गए। यह सभी पदार्थ पटाखे बनाने में प्रयुक्त होते हैं। इनकी मौजूदगी से यह स्पष्ट हो गया कि गोदाम में अवैध रूप से पटाखा बनाने का कच्चा माल संग्रहीत किया जा रहा था।
पुलिस ने मौके से गोदाम के मालिक शौकीन, निवासी ग्राम धनपुरा, को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि दो वर्ष पूर्व उसके परिवार के सदस्य पटाखा निर्माण का व्यवसाय करते थे, जिसे बाद में बंद कर दिया गया था। फैक्टरी का सारा सामान गोदाम में लाकर रख दिया गया था, जिसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को नहीं दी गई थी।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या गोदाम में किसी प्रकार की अवैध गतिविधि चल रही थी, और क्या इस विस्फोट के पीछे कोई लापरवाही या साजिश थी। यह भी पता लगाया जा रहा है कि धमाके के समय गोदाम में कौन-कौन लोग मौजूद थे और वे किस उद्देश्य से वहां आए थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गोदाम में कुछ समय से संदिग्ध गतिविधियां हो रही थीं। कई बार रात्रि में भी हलचल देखी गई थी, लेकिन किसी ने शिकायत नहीं की। अब धमाके के बाद पूरे गांव में भय का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे खतरनाक सामान की निगरानी सख्ती से की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।
एसएसपी डोबाल ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है। बरामद सामग्री को परीक्षण के लिए भेजा गया है और विस्फोट की असली वजह पता लगाई जा रही है। साथ ही यह भी जांच चल रही है कि कहीं इस गोदाम का इस्तेमाल फिर से अवैध पटाखा निर्माण या किसी अन्य गैरकानूनी गतिविधि के लिए तो नहीं हो रहा था।
फिलहाल पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं और विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी की जा रही है, वहीं बाकी संदिग्धों की तलाश जारी है।