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Sunday, February 16, 2025
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जिला उद्योग केन्द्र हरिद्वार द्वारा महिलाओं को मूंज घास से उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग

महिलाओं को मूंज घास से डलिया, टोकरी आदि बनाना सिखांऊंगी: सुशीला

रीप परियोजना द्वारा ट्रेनिंग दी जा रही समूह की माहिलाओं को सहयोग किया जाता है: हेमा नेगी

हरिद्वार/लालढांग। जिला उद्योग केंद्र हरिद्वार द्वारा लालढांग न्याय पंचायत के रसूलुपुर पंचायत में एनआरएलएम एसएचजी की महिलाओ को मूंज घास निर्मित उत्पादों की ट्रेनिंग दी जा रही. यह ट्रेनिंग 2 महीने तक चलेगी जिसमें मूंज घास द्वारा कई प्रकार के झूमर, टोकर, गणेश एवं अन्य चीजों की ट्रेनिंग दी जायेगी। यह ट्रेनिंग 12 दिसम्बर 2024 सेे शुरू है और 12 फरवरी 2025 तक चलेगी। महिलाओं को ट्रेनिंग देने के लिए जिला उद्योग केन्द्र हरिद्वार की ओर से सुशीला को उधम सिंह नगर से दो माह के लिए बुलाया गया है। सुशीला ने बताया कि मैं महिलाओं को मूंज घास से डलिया, टोकरी आदि बनाना सिखांऊंगी।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हमें कहा गया है कि पॉलिथिन का प्रयोग बन्द करने के लिए ऐसी व्यवस्थाएं बहुत जरूरी है। सुशीला ने बताया कि महिलायें बहुत ही दिलचस्पी ले रही हैं यह आइटम बनाने के लिए। उन्होंने बताया कि यह केवल एक ट्रेनिंग मात्र नहीं इससे महिलाओं को स्वरोजगार भी मिलेगा और हमारे जीवन उपयोग होने वाली केमिकल मुक्त वस्तुओं का निर्माण भी होगा। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि ये सभी महिलायें इस दो माह की ट्रेनिंग में पुरा सीख जायेंगी। ट्रेनिंग में समूह की लगभग 30 महिलायें मौजूद रही। उन्होंने कहा कि ये सभी आइटम मूंज घास बनायी जा रही है जो जंगलों में मिल जाती है। महिलायें इतनी उत्सुक है कि इस काम को करने के लिए दिलचस्पी दिखा रही हैं।
ट्रेनिंग ले रही महिलाओं का कहना है कि इस रोजगार से हम घर बैठे आमदनी कर सकते हैं। बस अगर इसकी मार्केटिंग मिल जाये तो हम इसे बड़े स्तर पर करना चाहेंगे। आज की ट्रेनिंग में रीप परियोजना से ग्रुप मोबिलयिजर हेमा नेगी ने ट्रेनिंग दे रही महिलाओं को बताया की आप इस कार्य को अच्छे से सीख कर आगे कार्य करते रहे। हेमा नेगी ने बताया कि रीप परियोजना का उदद्ेश्य है की समूह की महिलाये अपने बिजनेस को बढ़ाये जिससे उनकी आमदनी हो सके और लोगों के बीच से पॉलीथिन अथवा प्लास्टिंक से बने सामान का उपयोग बन्द हो सके। हेमा नेगी ने कहा कि रीप परियोजना द्वारा ऐसे समूहों को सहयोग दिया जाता है। ट्रेनिंग दे रही महिलाओं में रीता, काजल, रूपा, सुधा, ज्ञानदा, शशीबाला, सुन्दरी, सविता, स्वाती, सिद्धि, भगवती, उर्मीला, चन्द्रवती, प्रियंका, सोनिया, हुक्मों, ममता, तहरून निशा, गौरी देवी, पूनम आदि मौजूद रही।

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