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Wednesday, September 10, 2025
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गोवंश तस्करी पर बड़ी कार्रवाई, 14 आरोपी गैंगस्टर एक्ट में बुक

गोवंश के हत्यारों पर सरकार का कड़ा प्रहार, तीन जिलों में 14 तस्करों पर लगा गैंगस्टर एक्ट

देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में गोवंश की तस्करी और गोकशी पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार लगातार सख्त कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पुलिस-प्रशासन ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाते हुए तस्करों और गोकशी में संलिप्त लोगों पर शिकंजा कसा है। परिणामस्वरूप पिछले तीन वर्षों में राज्य के तीन जिलों में 14 गो हत्यारों और तस्करों को गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध किया गया है।

सरकार का मानना है कि गोवंश की रक्षा केवल आस्था से जुड़ा विषय नहीं है, बल्कि कानून-व्यवस्था और सामाजिक शांति के लिए भी आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड में गोवंश की हत्या किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

तीन जिलों में सख्त कार्रवाई

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जिन तीन जिलों में सबसे ज्यादा कार्रवाई हुई है, उनमें हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और देहरादून शामिल हैं।

  • हरिद्वार में सबसे अधिक 9 तस्करों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।

  • ऊधम सिंह नगर में 4 आरोपित और

  • देहरादून में 1 आरोपित इस सख्ती की जद में आए।

इन्हीं तीन जिलों में पुलिस ने 25 तस्करों और गोकशी में शामिल व्यक्तियों की हिस्ट्रीशीट भी खोली है, ताकि उन पर निरंतर निगरानी रखी जा सके।

दर्ज हुए 515 मुकदमे, 1588 आरोपी नामजद

राज्य में गोवंश संरक्षण कानून को सख्त किए जाने के बाद पुलिस की कार्रवाई और तेज हुई है। पिछले तीन सालों में इन जिलों में कुल 515 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें 1588 व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है। यह आंकड़ा बताता है कि प्रशासन किस पैमाने पर इस अवैध कारोबार के खिलाफ सक्रिय हुआ है।

पड़ोसी राज्य यूपी से बढ़ा दबाव

दरअसल, उत्तर प्रदेश में गोमांस की बिक्री पर कड़े प्रतिबंधों के बाद खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि तस्कर उत्तराखंड के मैदानी जिलों में सक्रिय होने की कोशिश कर सकते हैं। इस खतरे को देखते हुए धामी सरकार ने गो संरक्षण कानून में कड़े प्रावधान किए। इसके बाद पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर तस्करों के खिलाफ न केवल मुकदमे दर्ज किए, बल्कि उनकी आर्थिक कमर तोड़ने के लिए गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई शुरू की।

पुलिस और तस्करों के बीच 23 मुठभेड़

पुलिस की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले तीन सालों में 23 मुठभेड़ें गोवंश तस्करों और पुलिस के बीच हुईं।

  • हरिद्वार में 11

  • ऊधम सिंह नगर में 5

  • देहरादून में 7

इन मुठभेड़ों के दौरान पुलिस ने आरोपितों से अवैध असलहे, धारदार हथियार, वाहन और भारी मात्रा में गोमांस बरामद किया।

नए तरीके अपनाने लगे तस्कर

हालांकि पुलिस की सख्ती के बावजूद तस्कर अपने अवैध कारोबार को जारी रखने के लिए नए तरीके अपनाने लगे हैं। हाल ही में हरिद्वार जिले में हुई एक कार्रवाई के दौरान गोकशी और मांस की तस्करी में महिलाओं की संलिप्तता तक सामने आई। इस खुलासे ने पुलिस-प्रशासन को और ज्यादा सतर्क कर दिया है।

मुख्यमंत्री धामी का सख्त संदेश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट कहा कि गो संरक्षण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा—
“उत्तराखंड देवभूमि है, यहां गोवंश की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार ने कानून को सख्त बनाया है और पुलिस-प्रशासन को यह निर्देश दिया गया है कि खासकर यूपी सीमा से लगे जिलों में इस तरह की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए

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