भाजपा में इतनी हिम्मत नहीं कि मुझ पर मुकदमा कर सके: हरीश रावत ने हाथ में पकड़ा काला पेपर, बोले- ‘2017 और 2022 में भाजपा ने झूठ बोलकर बनाई सरकार’
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को उत्तराखंड के मुखवा से अपनी ‘गंगा सम्मान यात्रा’ का आगाज किया। इस मौके पर उन्होंने राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार और उसके नेताओं पर जमकर हमला बोला। रावत ने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में जनता को झूठ बोलकर बेवकूफ बनाया और इसके परिणामस्वरूप राज्य की राजनीति झूठ के आधार पर चल रही है। इसके साथ ही रावत ने गंगा और उसकी सहायक नदियों के विनाश को लेकर भी चिंता व्यक्त की और इसके संरक्षण के लिए अपनी यात्रा की शुरुआत की।
गंगा सम्मान यात्रा का शुभारंभ
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गंगा के शीतकालीन गद्दी स्थल, मुखवा से अपनी यात्रा शुरू की। यात्रा के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की राजनीति में गंगा जैसी शुद्ध और सच्ची विचारधारा की जगह अब झूठ बोलने और गुमराह करने की राजनीति हो रही है। रावत ने कहा, “भाजपा ने 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में झूठ बोला और सत्ता हासिल की। भाजपा में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह मुझ पर झूठे आरोपों के मामले में मुकदमा कर सके।” हरीश रावत ने कहा कि भाजपा के नेता केवल आरोप लगाते हैं, लेकिन जब वक्त आता है तो वे खुद अपने आरोपों को साबित नहीं कर सकते।
हरीश रावत ने आगे कहा कि गंगा और उसकी सहायक नदियों के घाटी क्षेत्र में अंधाधुंध कटान और निर्माण कार्यों से पर्यावरणीय संकट बढ़ता जा रहा है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि नदी के दोनों किनारों पर लूट मचाई जा रही है और जलवायु परिवर्तन और नदियों के क्षरण से जुड़ी समस्याओं पर भाजपा सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। रावत ने यह भी कहा कि उन्होंने गंगा और उसकी सहायक नदियों की सुरक्षा के लिए इस यात्रा की शुरुआत की है, ताकि जन जागरूकता बढ़े और इन नदियों की रक्षा की जा सके।
भाजपा पर कटाक्ष और झूठे आरोपों की ओर इशारा
हरीश रावत ने भाजपा के खिलाफ जोरदार बयान देते हुए कहा कि भाजपा ने 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में लोगों के बीच झूठ फैला कर अपना आधार मजबूत किया। उन्होंने खासतौर पर 2017 और 2022 के चुनावों में उठाए गए मुद्दों को लेकर भाजपा की आलोचना की। रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान यह झूठ फैलाया कि यदि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार आई तो यहां मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोली जाएगी और शुक्रवार के दिन छुट्टी घोषित की जाएगी। रावत ने कहा, “यह सभी आरोप झूठे थे और भाजपा को इसे साबित करने का साहस नहीं है, क्योंकि अगर वह अदालत जाती है तो उनका झूठ सामने आ जाएगा और दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।”
धामी सरकार पर हमले
हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सिंह रावत और पुष्कर सिंह धामी की सरकारों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दोनों सरकारें झूठ के आधार पर बनी थीं और उन्होंने जनता से झूठ बोला। उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र और धामी सरकारें महा झूठ के गर्भ से निकली थीं और इस कारण राज्य की राजनीति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। रावत ने यह भी कहा कि भाजपा ने धर्म और समुदायों के नाम पर जनता को गुमराह किया और अपने राजनीतिक फायदे के लिए जनता के बीच दरारें पैदा करने का काम किया।
हरीश रावत के साथ इस यात्रा में प्रतापनगर के विधायक विक्रम सिंह नेगी, शांति ठाकुर, दर्शन लाल, आनंद रावत, घनानंद नौटियाल, विजेंद्र नौटियाल, और प्रदीप सुमन रावत समेत कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी शामिल हुए। गंगा सम्मान यात्रा में लगभग 40 से 45 कार्यकर्ता भी रावत के साथ यात्रा में शामिल हुए हैं। यात्रा का उद्देश्य गंगा और उसकी सहायक नदियों के संरक्षण के लिए लोगों में जागरूकता फैलाना और उनकी हालत सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर करना है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वह राज्यभर में अपनी यात्रा जारी रखेंगे और गंगा के संरक्षण के मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ाने का कार्य करेंगे। उनका कहना था कि गंगा का संरक्षण केवल एक पर्यावरणीय मुद्दा नहीं है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का भी सवाल है, जिसे बचाने के लिए हर नागरिक को अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
रावत ने अंत में यह भी कहा कि उनका उद्देश्य केवल राजनीतिक लड़ाई नहीं है, बल्कि गंगा और उसकी सहायक नदियों के अस्तित्व को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाना है, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इन नदियों का लाभ उठा सकें।