आईजीएनसीए अध्यक्ष राम बहादुर राय ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात
उत्तराखण्ड की कला और संस्कृति के संवर्द्धन पर केंद्रित रहा संवाद
नई दिल्ली। भारतीय कला एवं संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) के अध्यक्ष एवं देश के वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड निवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शिष्टाचार भेंट की। यह मुलाकात कई मुद्दों पर सार्थक बातचीत और भविष्य की योजनाओं को लेकर सकारात्मक संकेत छोड़ गई।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने राय का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि उत्तराखण्ड अपनी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, लोक कलाओं, लोक-संगीत, पारंपरिक आस्था और रीति-रिवाजों के लिए देश ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक विशिष्ट पहचान रखता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इस विरासत के संरक्षण और संवर्द्धन को लेकर लगातार ठोस कदम उठा रही है, ताकि पारंपरिक कला केवल पुस्तकों और इतिहास तक सीमित न रह जाए, बल्कि नई पीढ़ी तक जीवंत रूप में पहुँच सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड की संस्कृति में अनगिनत विविधताएं हैं—गढ़वाली- कुमाऊँनी लोकनृत्य, लोकगीत, पारंपरिक वाद्ययंत्र, स्थानीय शिल्प और पहाड़ी जीवन से जुड़ी अनूठी अभिव्यक्तियाँ। इन्हें वैश्विक मंच पर स्थापित करना राज्य सरकार का लक्ष्य है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि आईजीएनसीए जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थान के मार्गदर्शन और सहयोग से उत्तराखण्ड की कला और संस्कृति के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार को नई गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे कलाकारों, शोधकर्ताओं, इतिहासकारों और संस्कृति से जुड़े युवाओं को भी नया मंच प्राप्त होगा।
मुलाकात के दौरान दोनों के बीच उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक धरोहर को राष्ट्रीय परिदृश्य में और मजबूत तरीके से प्रस्तुत करने की संभावनाओं पर भी विस्तृत चर्चा हुई।



