पहलगाम हमले के बाद कश्मीर जाने का सपना टूटा, दून घाटी के पर्यटकों ने कैंसिल की बुकिंग्स
देहरादून। जम्मू–कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने देशभर के पर्यटकों में भय पैदा कर दिया है। विशेषकर देहरादून और आसपास के इलाकों से कश्मीर जाने के लिए उत्सुक लोग अब अपनी यात्रा योजनाओं को पूरी तरह से बदलने पर मजबूर हो गए हैं। दून घाटी के पर्यटक अब कश्मीर यात्रा के बजाय अन्य सुरक्षित गंतव्यों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे स्थानीय पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
दून में पर्यटन से जुड़े ट्रैवल एजेंटों और टूर ऑपरेटरों का कहना है कि बुधवार के बाद से बुकिंग रद्द कराने की कॉल्स में भारी वृद्धि देखी गई है। इस बार बुकिंग कैंसिलेशन का प्रतिशत लगभग 100 तक पहुँच चुका है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के प्रतिनिधियों का मानना है कि यह पहले कभी नहीं हुआ कि इस स्तर पर इतनी बुकिंग्स एक साथ रद्द की गई हों। जिन लोगों ने पहले ही फ्लाइट, होटल और लोकल ट्रांसपोर्ट की बुकिंग कर रखी थी, अब उन्होंने अपनी यात्रा योजनाओं को पूरी तरह से बदल दिया है।
सुरक्षा को लेकर बढ़ी घबराहट
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पर्यटकों में सुरक्षा को लेकर घबराहट देखी जा रही है। खासकर उन परिवारों और दोस्तों के लिए यह स्थिति चिंताजनक हो गई है, जिन्होंने मई में वहां यात्रा की योजना बनाई थी। दून के कई व्यवसायी अब अन्य पर्यटक स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं।
स्थानीय टूर ऑपरेटर सुधीर कुमार के अनुसार, “हमले के बाद यात्रा करने वाले पर्यटकों में दहशत फैल गई है। बुधवार को जितनी भी बुकिंग रद्द करने की कॉल्स आईं, वे सभी यहां की यात्रा को लेकर थीं। यह स्थिति हमें चिंता में डाल रही है क्योंकि पर्यटकों के लिए सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गई है।”
200 से अधिक बुकिंग रद्द, नए विकल्प तलाश रहे लोग
कंफर्ट टूर्स के मनीष शर्मा ने बताया कि अप्रैल के महीने में दून से 200 से अधिक लोग पहलगाम जाने के लिए बुकिंग कर चुके थे, लेकिन अब सभी लोग अपनी यात्रा को रद्द कर चुके हैं और नए गंतव्यों की तलाश में हैं। शर्मा कहते हैं, “हालांकि यह गंतव्य पिछले कुछ वर्षों में लोकप्रिय हो गया था, लेकिन अब इस आतंकी हमले ने सब कुछ बदल दिया है। लोग अब यहां जाने के लिए तैयार नहीं हैं।”
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के सदस्य सुधीर कुमार ने जानकारी दी कि अप्रैल में उनकी एजेंसी के पास 35 बुकिंग्स थीं, जो बुधवार को रद्द हो गईं। उन्होंने कहा, “यह पहला मौका है जब हमारी पूरी टीम को इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा है।”
सड़क और हवाई मार्ग से यात्रा करने वाले पर्यटकों की बुकिंग्स में गिरावट
यात्री ज्यादातर हवाई या सड़क मार्ग का उपयोग करते हैं, लेकिन अब उनकी योजनाएं बदल गई हैं। कई यात्री अब अपनी टिकट रद्द कर रहे हैं, जबकि कुछ ने ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से बुकिंग कैंसिल कराई हैं।
हालांकि, कुछ पर्यटक वहां अभी भी फंसे हुए हैं और वापसी के उपाय ढूंढ रहे हैं। देहरादून के टैक्सी ऑपरेटरों से संपर्क किया जा रहा है ताकि वे वहां से यात्रियों को वापस लाने का इंतजाम कर सकें।
कश्मीर की यात्रा के बजाय, पर्यटक अब अन्य सुरक्षित गंतव्यों की ओर रुख कर रहे हैं। देहरादून के कारोबारी संदीप जैन ने बताया, “हमने मई के पहले सप्ताह में यात्रा की योजना बनाई थी, लेकिन अब हम उसे रद्द कर रहे हैं और किसी अन्य सुरक्षित स्थल की ओर रुख करेंगे।”
कश्मीर का पर्यटन उद्योग पहले ही कई वर्षों से संघर्ष कर रहा था, और अब यह आतंकी हमला उसे और ज्यादा कमजोर कर चुका है। स्थानीय टूर ऑपरेटर और ट्रैवल एजेंट पर्यटकों को सुरक्षित गंतव्यों की ओर मोड़ने के प्रयासों में लगे हुए हैं ताकि उनका व्यापार जीवित रह सके।