भाजपा मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विवादित बयान पर सियासत गरम, प्रीतम सिंह ने कार्यमंत्रणा समिति से इस्तीफे की चेतावनी दी
भाजपा के लिए बढ़ी मुश्किलें, सोशल मीडिया पर भी विरोध जारी
देहरादून। भाजपा मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा उत्तराखंडियों को लेकर सदन में दिए गए अभद्र बयान के बाद प्रदेश में सियासी माहौल गरमा गया है। इस बयान के खिलाफ विरोध की लहर तेज हो गई है, जबकि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल इस बीच इलाहाबाद महाकुंभ की त्रिवेणी में डुबकी लगा रहे हैं। उधर, प्रदेशभर में उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी हैं, और सोशल मीडिया पर भी उनकी आलोचना हो रही है।
इसी बीच, उत्तराखंड आंदोलन के अग्रणी नेता और उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के दिवंगत विधायक विपिन त्रिपाठी का एक पुराना वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह अपने जुझारू तेवरों के साथ राज्य आंदोलन और सैनिकों के बलिदान को याद करते हुए कहते नजर आ रहे हैं कि यह राज्य किसी दल विशेष की कृपा से नहीं, बल्कि बलिदानों के बदले हासिल हुआ है। मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम से इस वीडियो को जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे लोगों की भावनाएं और भड़क रही हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी हुए आक्रामक
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विवादास्पद और अपमानजनक बयान के बाद कांग्रेस नेता भी आक्रामक हो गए हैं। सदन में जमकर विरोध करने वाले कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला के बहिर्गमन पर चुप रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब खुलकर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह ने भी भाजपा को कठघरे में खड़ा करते हुए कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति से इस्तीफा देने की चेतावनी दी है।
प्रीतम सिंह का भाजपा पर हमला
पूर्व मंत्री, नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कहा, “जब तक प्रेमचंद अग्रवाल संसदीय कार्यमंत्री पद पर रहेंगे, मैं कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में शामिल नहीं होऊंगा और समिति के सदस्य पद से भी इस्तीफा दूंगा।”
प्रीतम सिंह का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल संसदीय कार्यमंत्री के पद के योग्य नहीं हैं। विधानसभा सत्र के दौरान उनके आचरण ने लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तार-तार कर दिया। सदन में चर्चा के दौरान वे बार-बार संयम खो देते हैं, जो उनके पद के अनुरूप नहीं है।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “गंगा किनारे पूजा-अर्चना करने से पाप नहीं धुलते। प्रेमचंद अग्रवाल को गंगा मैया से सद्बुद्धि की कामना करनी चाहिए।”
सदन में कांग्रेस विधायकों पर आरोपों से भड़का विवाद
राज्यपाल अभिभाषण के दौरान विपक्षी विधायक सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहे थे, तभी संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन से बाहर जाकर कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट पर सदन में शराब पीकर आने का आरोप लगा दिया। इस आरोप के बाद मामला और गरम हो गया, जिससे कांग्रेस ने कड़ा एतराज जताया।
इस पूरे घटनाक्रम से विधानसभा में माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा बचाव की मुद्रा में दिख रही है।
भाजपा के लिए बढ़ी मुश्किलें
बजट सत्र में दिए गए मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान के बाद उपजे विवाद की आग अभी ठंडी होती नहीं दिख रही है। प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं, और सोशल मीडिया पर लोग खुलकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं। भाजपा के रणनीतिकारों के लिए यह बयान नई मुसीबत बन गया है, क्योंकि पार्टी अब तक इस विवाद का कोई समाधान नहीं निकाल पाई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस विवाद का असर आगामी चुनावों में भी देखने को मिल सकता है। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक और सामाजिक बहस तेज हो गई है, जिससे भाजपा की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं।