प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पर दुष्कर्म का मामला दर्ज, समझौते का दबाव पड़ने पर पीड़िता ने खाया ज़हर
देहरादून जनपद के चकराता थाना क्षेत्र से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक पर गांव की युवती से दुष्कर्म का आरोप लगा है। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि समझौते का दबाव बनने पर युवती ने ज़हरीला पदार्थ खा लिया। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
पीड़िता के भाई की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शिकायतकर्ता के अनुसार, 9 अप्रैल की शाम शिक्षक ने उन्हें फोन कर बगीचे में पेड़ों की निराई और तौलिए बनाने के काम के लिए बुलाया था। अगले दिन, 10 अप्रैल की सुबह उनकी मां ने बहन को मजदूरी के लिए भेजा। युवती पिछले काफी समय से शिक्षक के यहां मजदूरी करती रही है।
करीब 11:30 बजे, शिक्षक ने उसे तेज धूप से बचने के लिए छांव में बैठने को कहा। उसी दौरान जब वह मोबाइल देख रही थी, शिक्षक ने उसके साथ जबरदस्ती की। पीड़िता के अनुसार, विरोध करने पर आरोपी ने धमकी दी कि घटना के बारे में किसी को बताया तो पूरे परिवार को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पीड़िता की मां को घटना की जानकारी मिलने के बाद उसे घर बुलाया गया, जहां युवती ने पूरी आपबीती सुनाई। बताया जा रहा है कि बिस्सू पर्व के अवसर पर युवती की सगाई होने वाली थी, लेकिन घटना के बाद वह मानसिक रूप से टूट गई और 10 अप्रैल की रात ज़हर खा लिया। हालत बिगड़ने पर पहले उसे स्थानीय अस्पताल और फिर देहरादून रेफर किया गया।
धमकियों और पंचायत के माध्यम से दबाव बनाने का आरोप
परिजनों का कहना है कि घटना के बाद से आरोपी शिक्षक और उसके समर्थक लगातार उन्हें समझौते के लिए मजबूर कर रहे हैं। आरोप है कि पंचायतों के जरिए दबाव डालने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि मामले को रफा-दफा किया जा सके और आरोपी को कोई कानूनी दंड न मिले। इस दबाव के तहत परिजनों को खुलेआम धमकियां दी जा रही हैं, जिसमें जान से मारने की धमकी भी शामिल है।
उनका कहना है कि परिवार के सदस्य डर और मानसिक दबाव का सामना कर रहे हैं, और यह पूरी प्रक्रिया पीड़िता और उसके परिवार को और अधिक मानसिक रूप से कष्ट देने वाली है। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि इस तरह के दबाव के कारण उन्हें सही तरीके से कानूनी कार्रवाई करने में कठिनाई हो रही है।
यह मामला न केवल दुष्कर्म के आरोप से जुड़ा है, बल्कि इसने एक तरह से समाज में बड़े स्तर पर भय और उत्पीड़न का माहौल भी बना दिया है, जिसमें आरोपी और उसके समर्थक पीड़िता के परिवार को लगातार धमकियां दे रहे हैं और मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।
सीओ विकासनगर बीएल शाह ने बताया कि पीड़िता के भाई की तहरीर के आधार पर आरोपित शिक्षक के खिलाफ दुष्कर्म और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी कालसी थाने की महिला उपनिरीक्षक को सौंपी गई है।
सीओ ने यह भी जानकारी दी कि मामले की जांच में सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता के बयान और चिकित्सकीय जांच के लिए सोमवार को उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा जाएगा, ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
उन्होंने बताया कि पीड़िता का बयान दर्ज करने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी और आरोपित के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जाएंगे। महिला उपनिरीक्षक के नेतृत्व में यह जांच पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ की जाएगी, ताकि पीड़िता को न्याय दिलाने में कोई कोताही न हो।