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Wednesday, June 18, 2025
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देहरादून में 0001 VIP नंबर की रिकॉर्ड कीमत, सारे पुराने आंकड़े टूटे

देहरादून में 0001 वीआईपी नंबर ने रचा इतिहास, 13.77 लाख रुपये में बिका – बना अब तक का सबसे महंगा पंजीयन नंबर

देहरादून में वीआईपी गाड़ी नंबरों को लेकर लोगों में बढ़ता क्रेज अब रिकॉर्ड तोड़ स्तर पर पहुंच चुका है। हाल ही में आरटीओ द्वारा आयोजित ऑनलाइन बोली में ‘0001’ नंबर 13 लाख 77 हजार रुपये में बिका, जो अब तक का सबसे महंगा पंजीयन नंबर बन गया है। इससे पहले अप्रैल 2024 में यही नंबर 8 लाख 45 हजार रुपये में बिका था। रविवार शाम को हुई इस ऐतिहासिक बोली में पुराने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए।

देहरादून के उच्च वर्ग में रुतबा और पहचान का प्रतीक बन चुके वीआईपी नंबर अब स्टेटस सिंबल बन चुके हैं। आलीशान बंगलों, महंगी गाड़ियों और ब्रांडेड लाइफस्टाइल के बीच अब पंजीयन नंबर भी सोशल स्टेटस का हिस्सा बन गया है। दूनवासी अपनी गाड़ियों के लिए खास नंबर लेने के लिए लाखों रुपये खर्च करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं।

देहरादून आरटीओ की ऑनलाइन बोली में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा

आरटीओ (प्रशासन) संदीप सैनी के अनुसार, इस बार (यूके07-एचसी) सीरीज के 25 वीआईपी नंबरों की ऑनलाइन नीलामी आयोजित की गई थी। इनमें ‘0001’ नंबर की सबसे ऊंची बोली लगी। इस नंबर को एक कारोबारी ने अपनी दो करोड़ रुपये की लग्जरी कार के लिए खरीदा है। खास बात यह है कि इस नंबर की न्यूनतम कीमत एक लाख रुपये निर्धारित थी, लेकिन भारी प्रतिस्पर्धा के चलते इसकी कीमत 13.77 लाख रुपये तक पहुंच गई।

आरटीओ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, (UK07-HC) सीरीज के वीआईपी नंबरों की हालिया ऑनलाइन नीलामी में कई खास नंबरों को ऊंची कीमत पर खरीदा गया। इस सीरीज में 0001 नंबर ने जहां 13.77 लाख रुपये की रिकॉर्डतोड़ बोली हासिल की, वहीं अन्य टॉप नंबरों की भी अच्छी खासी कीमत लगी। 0009 नंबर 3.95 लाख रुपये में बिका, जबकि 0007 को 3.08 लाख रुपये और 0005 को 3.05 लाख रुपये में खरीदा गया। 0002 नंबर को 2.10 लाख रुपये की बोली मिली। इसके अलावा 9999 नंबर 1.08 लाख, 7777 नंबर 1.02 लाख, 8888 नंबर 96 हजार, 0999 नंबर 95 हजार, 0004 नंबर 57 हजार और 0011 नंबर 53 हजार रुपये में बिके। अन्य लोकप्रिय नंबरों में 0008 को 42 हजार और 5555 को 40 हजार रुपये की बोली मिली, जबकि शेष नंबर 11 हजार से 39 हजार रुपये की रेंज में बिके। आरटीओ ने बताया कि जिन आवेदकों को ये नंबर आवंटित हुए हैं, उन्हें तय राशि 30 दिन की समय-सीमा में जमा करनी होगी।

0001 नंबर का क्रेज कोई नया नहीं है, बल्कि यह बीते कुछ वर्षों में लगातार बढ़ता चला गया है। अगस्त 2022 में सहारनपुर के एक कारोबारी ने यह नंबर 7.66 लाख रुपये में खरीदा था इसके बाद जून 2023 में यह 7.39 लाख, फरवरी 2024 में 7.22 लाख और अप्रैल 2024 में देहरादून के एक कारोबारी द्वारा 8.45 लाख रुपये में खरीदा गया था। अब मई 2025 में इसने 13.77 लाख रुपये की नई ऊंचाई छूकर सभी पुराने रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिए हैं। यह आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि 0001 नंबर अब केवल एक पंजीयन नंबर नहीं, बल्कि एक रुतबे का प्रतीक बन चुका है।

वहीं दूसरी ओर, कभी खास तौर पर मुस्लिम समुदाय में लोकप्रिय रहा ‘0786’ नंबर अब अपना आकर्षण खोता जा रहा है। इस नंबर की भी न्यूनतम कीमत 1 लाख रुपये तय है, लेकिन इस बार की नीलामी में इस नंबर पर किसी ने भी बोली नहीं लगाई। यह पहली बार है जब ‘0786’ नंबर के प्रति दूनवासियों की रुचि इतनी कम देखने को मिली है।

वीआईपी नंबरों के लिए न्यूनतम बोली दरें पहले से तय होती हैं। 0001 और 0786 जैसे खास नंबरों की न्यूनतम कीमत 1 लाख रुपये निर्धारित है। वहीं, अन्य प्रीमियम नंबर जैसे 0002, 0005, 0007 आदि के लिए यह राशि 25 हजार रुपये और सामान्य आकर्षक नंबरों जैसे 1234, 9999 आदि के लिए 10 हजार रुपये तय की गई है। बोली प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आवेदकों को पहले न्यूनतम धनराशि जमा करनी होती है, जिसके बाद वे ऑनलाइन बोली में भाग ले सकते हैं।

समग्र रूप से देखा जाए तो देहरादून में वीआईपी नंबर अब केवल एक वाहन का पहचान चिह्न नहीं रह गया है, बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा और पहचान का प्रतीक बन चुका है। 0001 नंबर की रिकॉर्डतोड़ बिक्री इस बात का प्रमाण है कि दून में अब गाड़ियों की नंबर प्लेट पर भी लोगों की नजरें टिक चुकी हैं आने वाले समय में यह ट्रेंड और अधिक जोर पकड़ सकता है।

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