देहरादून । 10 अक्टूबर को प्रत्येक वर्ष ’विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस’ मनाया जाता है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का मूल उद्देश्य दुनियाभर में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जनसामान्य में जागरुकता बढ़ाना है।
मानसिक स्वास्थ्य की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए हिमालयीय विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ गजानंद वानखेड़े ने जानकारी दी की हिमालयीय विश्वविद्यालय उत्तराखंड का पहला विश्वविद्यालय है जो मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित 2 पाठ्यक्रम (Program) संचालित कर रहा है। जिसमें एम ए साइकोलॉजी (साइकोलॉजिकल काउंसलिंग एंड मेंटल हेल्थ) एवम पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा मेंटल हेल्थ एंड काउंसलिंग हैं। उन्होंने बताया की इस पाठ्यक्रम को शुरू करने का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के मूलभूत ज्ञान को विद्यार्थियों को देना है।
आजकल के व्यस्त और आपाधापी के जीवन में लोग अनेक प्रकार की मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए काउंसलिंग और अन्य तकनीक का भी सहारा ले रहे हैं ऐसे में ये पाठ्यक्रम जन कल्याण के साथ इस क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर भी छात्रों को प्रदान करेगा।
इस अवसर पर हिमालयीय विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने अमर उजाला एवं वंडर वेल फाउंडेशन द्वारा आयोजित जागरूकता रैली में भी प्रतिभाग किया। जिसमें विश्वविद्यालय से डॉ सुप्रिया रतूड़ी, डॉ गजानंद वानखेड़े एवं तन्मय वर्मा मौजूद रहे।