चारधाम यात्रा में मौसम बना बाधा, केदारनाथ रूट पर सबसे ज्यादा असर
उत्तराखंड में 5 से 7 मई तक ऑरेंज अलर्ट, बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की चेतावनी
उत्तराखंड में जारी चारधाम यात्रा इन दिनों खराब मौसम की वजह से प्रभावित हो रही है। विशेष रूप से केदारनाथ रूट पर मौसम के बिगड़ते मिजाज के चलते श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के कई हिस्सों में रविवार से बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने 5 मई से अगले तीन दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे यात्रा में और अधिक रुकावटें आने की आशंका है।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह के मुताबिक प्रदेश में एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके चलते 5 से 7 मई तक राज्य के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश, आंधी, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली की संभावना है। विभाग ने सभी जिलों को चेतावनी जारी करते हुए आपदा प्रबंधन विभाग को भी सतर्क रहने को कहा है।
केदारनाथ धाम में रविवार से ही मौसम खराब बना हुआ है। सुबह से बादल छाए रहे और दोपहर बाद बारिश शुरू हो गई, जिससे सोनप्रयाग से गौरीकुंड और आगे केदारनाथ तक के पैदल मार्ग पर कीचड़ और फिसलन हो गई। कई यात्रियों को बीच रास्ते में रुकना पड़ा। प्रशासन लगातार श्रद्धालुओं को मौसम के प्रति सतर्क रहने और यात्रा की योजना मौसम के अनुसार तय करने की अपील कर रहा है।
गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरीनाथ रूट पर भी मौसम का असर देखने को मिल रहा है। तेज हवाएं और बारिश यात्रा की गति को धीमा कर रही हैं। प्रशासन ने सभी यात्रा मार्गों पर निगरानी बढ़ा दी है और इमरजेंसी टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।
राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मसूरी में रविवार शाम 4 बजे के आसपास मौसम ने अचानक करवट ली। काले बादलों के साथ तेज बारिश और ओले गिरे, जिससे तापमान में गिरावट आई। बारिश के कारण पर्यटकों को माल रोड से लौटकर अपने होटलों में जाना पड़ा। देहरादून में भी सुबह से ही बादलों का डेरा रहा और हल्की फुहारें पड़ती रहीं।
चम्पावत जिले में गरज-चमक के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। अचानक बदले मौसम ने तापमान में गिरावट ला दी, जिससे लोगों को गर्म कपड़े निकालने पड़े। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार चम्पावत में अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अल्मोड़ा और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी रविवार को रिमझिम बारिश शुरू हो गई, जिससे तापमान गिरा और लोग फिर से ठंड महसूस करने लगे। यहां अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस रहा।
बारिश और तेज हवाओं की वजह से तापमान में सामान्य से 5 से 7 डिग्री तक की गिरावट देखी जा रही है। बीते 24 घंटों में जोशीमठ में 90 मिमी, हरिपुर में 56 मिमी, लक्सर में 40 मिमी और देहरादून में 3.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की ताजा जानकारी लेकर ही यात्रा पर निकलें और किसी भी आपात स्थिति में पुलिस या आपदा नियंत्रण कक्ष से तुरंत संपर्क करें। मौसम विभाग के अनुसार 7 मई को आंशिक सुधार की संभावना है, लेकिन इस दिन के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है।