लिव-इन में रह रहे जोड़े के झगड़े में युवक की मौत, युवती पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज — अगले महीने होने वाली थी सगाई
देहरादून — राजधानी देहरादून के रायपुर क्षेत्र में 26 अप्रैल को लिव-इन रिलेशन में रह रहे युवक-युवती के बीच हुए झगड़े में युवक की चाकू लगने से मौत हो गई। मृतक अजय रावत और युवती राधिका सिंह पिछले करीब एक साल से एक साथ रह रहे थे और अगले महीने दोनों की सगाई तय थी। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने युवती के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (Section 304 IPC) का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
रायपुर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह नेगी के अनुसार, घटना 26 अप्रैल की देर शाम घटी। नत्थनपुर, रायपुर निवासी अजय रावत (उम्र 28) और खुड़बुड़ा की रहने वाली राधिका सिंह (उम्र 26) पिछले एक साल से लिव-इन में रह रहे थे। परिजनों के अनुसार दोनों परिवारों ने रिश्ते को स्वीकार कर लिया था और 7 जून को दोनों की सगाई तथा 2 अक्टूबर को शादी तय थी।
घटना वाले दिन राधिका ने अजय के पिता देवेंद्र पाल सिंह रावत को फोन कर बताया कि अजय की तबीयत अचानक बिगड़ गई है और उसे कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जब परिवार अस्पताल पहुंचा, तब तक अजय की मौत हो चुकी थी।
राधिका की ओर से दी गई जानकारी
पुलिस पूछताछ में राधिका ने बताया कि घटना के समय अजय शराब के नशे में था और इसी को लेकर दोनों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। राधिका के मुताबिक बहस के दौरान अजय ने रसोई से चाकू उठा लिया। जब राधिका ने उसे रोकने की कोशिश की और चाकू छीनना चाहा, तभी यह हाथापाई हुई और चाकू अजय की छाती में लग गया। इससे उसके सीने से काफी खून बहने लगा। राधिका ने तुरंत एंबुलेंस बुलाई और उसे कोरोनेशन अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने खड़े किए सवाल
अजय के पिता देवेंद्र पाल रावत ने राधिका की कहानी पर संदेह जताते हुए पुलिस को बताया कि यह एक सोची-समझी साजिश भी हो सकती है। उनका कहना है कि यदि यह एक हादसा था, तो राधिका को भी झगड़े या हाथापाई में कुछ चोटें आनी चाहिए थीं, जबकि उसे कोई भी गंभीर चोट नहीं आई। उन्होंने आशंका जताई कि इस घटना में कोई और भी शामिल हो सकता है और राधिका अकेली नहीं थी।
परिजनों ने पुलिस से इस मामले की गहन जांच की मांग की है। उन्होंने यह भी बताया कि अजय और राधिका के रिश्ते को दोनों परिवारों की सहमति प्राप्त थी और उनके बीच किसी तरह की सामाजिक या पारिवारिक रुकावट नहीं थी।
पुलिस ने शुरू की जांच, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
रायपुर थाना प्रभारी नेगी ने बताया कि राधिका सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटनास्थल की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है और रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सके।
लिव-इन रिलेशन पर उठे सवाल
इस घटना के सामने आने के बाद एक बार फिर लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर समाज में बहस छिड़ गई है। भले ही सुप्रीम कोर्ट लिव-इन को कानूनी मान्यता दे चुका है और इसे दो वयस्कों की निजी सहमति का मामला मानता है, लेकिन कई बार ऐसे संबंधों में पारिवारिक सहमति होने के बावजूद असुरक्षा और अस्थिरता बनी रहती है। अजय और राधिका का रिश्ता लगभग एक साल पुराना था और दोनों एक-दूसरे को अच्छे से जानते थे, फिर भी अचानक उपजे विवाद का इस कदर दुखद अंत होना, इस बात को रेखांकित करता है कि ऐसे संबंधों में भी संवाद, समझ और जिम्मेदारी जरूरी होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि लिव-इन में रहने वाले जोड़ों को आपसी विवाद की स्थिति में कानूनी सलाह लेने और समय रहते हस्तक्षेप कराने की जरूरत है, ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।
इस बीच राधिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारी भी जांच की निगरानी कर रहे हैं।