बिना पहचान पत्र के बदरीनाथ धाम पहुंची महिला, होटल मालिक की सतर्कता से हुआ बड़ा खुलासा; निकली ओडिशा से लापता
बदरीनाथ (चमोली)। बदरीनाथ धाम में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक महिला बिना किसी पहचान पत्र के एक होटल में कमरा लेने पहुंची। महिला की संदिग्ध गतिविधियों और आईडी न होने पर होटल स्वामी ने सतर्कता दिखाते हुए तत्काल पुलिस को सूचित किया। पूछताछ में जो सच सामने आया, उसने न केवल होटल स्टाफ बल्कि पुलिस को भी चौंका दिया।
होटल में कमरा लेने पहुंची, पहचान पत्र मांगने पर किया टालमटोल
घटना बदरीनाथ धाम के होटल इंद्रलोक की है। जानकारी के अनुसार, एक महिला होटल में ठहरने के लिए पहुंची, लेकिन जब होटल स्वामी दिनेश राणा ने पहचान पत्र मांगा, तो महिला ने बताया कि उसके सभी दस्तावेज खो गए हैं। इस पर होटल मालिक को शक हुआ। महिला न तो कोई वैध दस्तावेज दिखा पा रही थी और न ही परिजनों से संपर्क कराने को तैयार थी।
दिनेश राणा ने महिला से उसके परिवार के किसी सदस्य से बात कराने को कहा, लेकिन महिला लगातार बहाने बनाती रही। इस व्यवहार से संदेह गहराता गया, जिसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दे दी।
पुलिस सक्रिय हुई, पूछताछ में खुला मामला
पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और महिला से गहन पूछताछ की। पूछताछ के दौरान महिला ने स्वीकार किया कि वह ओडिशा के भुवनेश्वर जिले के पहाला क्षेत्र की निवासी है और 24 जून को घर से बिना किसी को बताए निकल आई थी। महिला के लापता होने की शिकायत उसके पति ने 25 जून को पहाला थाने में दर्ज कराई थी।
परिजनों से संपर्क, बदरीनाथ पहुंचे स्वजन
बदरीनाथ पुलिस ने जब महिला की जानकारी एकत्र की और ओडिशा पुलिस से संपर्क किया तो गुमशुदगी की पुष्टि हुई। इसके बाद महिला को पुलिस संरक्षण में रखा गया और उसके परिवार को सूचना दी गई। कुछ ही समय में महिला का पति और अन्य स्वजन बदरीनाथ पहुंचे, जिन्होंने महिला को पहचानने के बाद पुलिस से उसे अपने साथ ले जाने की अनुमति मांगी।
पुलिस ने आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद महिला को उसके परिवार के हवाले कर दिया।
होटल स्वामी की सतर्कता से टली अनहोनी
इस पूरे घटनाक्रम में होटल मालिक दिनेश राणा की सतर्कता और जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार की सराहना की जा रही है। यदि उन्होंने समय पर पुलिस को सूचना न दी होती, तो यह मामला किसी बड़ी अनहोनी की ओर भी बढ़ सकता था।
बदरीनाथ पुलिस प्रशासन ने होटल संचालकों से अपील की है कि किसी भी आगंतुक को बिना वैध पहचान पत्र के ठहराने की अनुमति न दें और किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करें।