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Tuesday, May 20, 2025
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बदरी-केदार धाम के मई के ऑनलाइन पंजीकरण फुल, अब ये हैं विकल्प

बदरी-केदार धाम के लिए मई के ऑनलाइन पंजीकरण स्लॉट फुल, अब आगे के लिए है ये विकल्प

उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। हर साल की तरह इस बार भी देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। यही वजह है कि बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के लिए मई माह में ऑनलाइन पंजीकरण के सभी स्लॉट पूरी तरह भर चुके हैं। अब जो तीर्थयात्री इस पावन यात्रा में मई माह के दौरान शामिल होना चाहते हैं, उनके पास सीमित विकल्प बचे हैं।

बदरी

प्रदेश सरकार ने तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या और मांग को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन पंजीकरण की संख्या में 10 प्रतिशत की वृद्धि की है। सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम इस बात का संकेत है कि चारधाम यात्रा को लेकर इस बार श्रद्धालुओं में बेहद खास उत्साह है। इसके अलावा, जिन श्रद्धालुओं को अभी तक ऑनलाइन स्लॉट नहीं मिले हैं, उनके लिए राहत की खबर यह है कि उनके पास ऑफलाइन पंजीकरण का विकल्प मौजूद है।

ऑफलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया 28 अप्रैल से शुरू होगी। इस दिन सुबह 7 बजे से पंजीकरण काउंटर खोले जाएंगे, जहां तीर्थयात्री अपने दस्तावेजों के साथ जाकर पंजीकरण करवा सकेंगे। यह सुविधा उन लोगों के लिए खासतौर पर महत्वपूर्ण होगी जो तकनीकी कारणों या स्लॉट की अनुपलब्धता की वजह से ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कर पाए।

चारधाम यात्रा के लिए अब तक कुल मिलाकर 20 लाख से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण कर चुके हैं। इनमें सबसे अधिक पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं, जिनकी संख्या 6.82 लाख तक पहुंच गई है। इसके अलावा बदरीनाथ धाम के लिए 6.01 लाख श्रद्धालु पंजीकरण करवा चुके हैं। इसी तरह गंगोत्री के लिए 3.55 लाख, यमुनोत्री के लिए 3.24 लाख और हेमकुंड साहिब के लिए 34,633 यात्रियों ने पंजीकरण कराया है।

उल्लेखनीय है कि केदारनाथ धाम के कपाट आगामी 2 मई को और बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। इन दोनों धामों की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है, और यही कारण है कि इनके लिए मई महीने के सारे ऑनलाइन पंजीकरण स्लॉट पहले ही भर चुके हैं।

इस बार की यात्रा व्यवस्था में आधार आधारित पंजीकरण प्रक्रिया को प्राथमिकता दी गई है। लगभग 60 प्रतिशत पंजीकरण ऑनलाइन माध्यम से आधार के जरिए किए जा रहे हैं, जिससे व्यवस्था को पारदर्शी और सुचारु बनाया जा सके।

प्रदेश सरकार का कहना है कि वह चारधाम यात्रा में शामिल होने वाले प्रत्येक तीर्थयात्री की सुविधा, सुरक्षा और अनुभव को सर्वोपरि मानते हुए संपूर्ण यात्रा व्यवस्था को सुनियोजित और व्यवस्थित बनाने के लिए हर आवश्यक कदम उठा रही है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा या परेशानी का सामना न करना पड़े। इसी उद्देश्य से ऑनलाइन पंजीकरण में 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है ताकि अधिक से अधिक तीर्थयात्री इस पवित्र यात्रा में भाग ले सकें।

साथ ही, उन तीर्थयात्रियों के लिए भी विकल्प उपलब्ध कराया गया है जो किसी कारणवश ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण नहीं कर सके हैं। उनके लिए ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा प्रदान की जा रही है, जिससे वे भी बिना किसी रुकावट के यात्रा में सम्मिलित हो सकें। इसके अतिरिक्त, यात्रा मार्गों पर आवश्यक व्यवस्थाओं जैसे स्वास्थ्य सेवाएं, ट्रैफिक प्रबंधन, आपातकालीन सहायता और भोजन-आवास की सुविधाओं को भी सुदृढ़ किया जा रहा है, ताकि संपूर्ण यात्रा अनुभव श्रद्धालुओं के लिए संतोषजनक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध हो।

प्रदेश सरकार ने तीर्थयात्रियों से यह भी अनुरोध किया है कि वे चारधाम यात्रा पर निकलने से पहले अनिवार्य रूप से अपना पंजीकरण पूर्ण कर लें। साथ ही, यात्रा के लिए निर्धारित समय और प्रशासन द्वारा जारी की गई मार्गदर्शिका व निर्देशों का पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ पालन करें। ऐसा करने से न केवल उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि यात्रा में शामिल अन्य श्रद्धालुओं को भी कोई असुविधा नहीं होगी।

इस प्रकार, सरकार की ओर से यह अपील की गई है कि श्रद्धालु अपनी यात्रा को सुगम, सुरक्षित और मंगलमय बनाने के लिए समुचित योजना और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों के अनुरूप यात्रा करें, जिससे यह पावन अवसर उनके जीवन में आध्यात्मिक उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बन सके।

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