6.3 C
New York
Thursday, May 9, 2024
spot_img

जंगल की आग हुई विकराल, नैनी झील में नौकायन पर रोक

जंगल में आग लगाने वाले तीन आरोपियों को भेजा गया जेल

वन विभाग की सख्त कार्रवाई, मौके से पकड़े गए तीन लोगों पर मुकदमा

इस वर्ष कुल 19 मुकदमें दर्ज, 3 मुकदमे नामजद, 16 मुकदमो में जाँच जारी

रुद्रप्रयाग। उत्तराखण्ड में जल रहे जंगल की आग लगतार भड़क रही है। सैकड़ों हेक्टेयर जंगल जल चुके हैं। इस बीच, आग लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। शुक्रवार को तीन लोगों को जंगल में आग लगाने पर मौके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

दूसरी ओर, नैनीताल के जंगलों में लगी आग रिहायश इलाके तक पहुंच गई है। सेना के जवान आग बुझाने में जुटे हैं। प्रशासन ने नैनी झील में नौकायन पर रोक लगा दी है। आग हाईकोर्ट कालोनी तक।पहुंच गई है। एक पुराना घर जल गया है।

प्रदेश के कई जिलों के जंगलों में आग लगने से स्थिति विकट हो गयी है। आग बुझाने में जन हानि के अलावा लोग झुलसे भी हैं।

इस बीच, प्रभागीय वनाधिकारी, रुद्रप्रयाग के नेतृत्व में गठित वनाग्नि सुरक्षा दल द्वारा नरेश भट्ट पुत्र मोलाराम भट्ट को जंगल में आग लगाते हुए तडियाल गांव, तहसील-जखोली से मौके पर पकड़ा गया।

आरोपी का कहना है कि बकरियों के लिए नयी घास हेतु उसने जंगल में आग लगायी। मौके पर वन क्षेत्राधिकारी, दक्षिणी जखोली द्वारा अपराधी को हिरासत में लेकर जेल भेजने की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी । और भारतीय वन अधिनियम 1927 के अन्तर्गत वन अपराध दर्ज किया गया।

वहीं उत्तरी जखोली के डंगवाल गांव में हेमन्त सिंह पुत्र उदय सिंह एवं भगवती लाल पुत्र चंदरू लाल को जंगल में आग लगाते हुए मौके पर पकड़कर जेल भेजा गया।

प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग अभिमन्यु ने बताया कि जंगल में आग लगाने अपराधियों के विरुद्ध वन अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत अपराध दर्ज कर दण्डित किया जाएगा। अपराधियों को पकड़ने के लिये प्रभाग स्तर पर वनाग्नि सुरक्षा दल गठित किया गया है।

अभी तक इस वर्ष कुल 19 मुकदमे दर्ज किये गये है जिसमें से 3 मुकदमे नामजद है । 16 मुकदमो में जांच गतिमान है। वनाग्नि क्रू-स्टेशन एवं मोबाइल क्रू-स्टेशन के द्वारा वनाग्नि नियंत्रण किया जा रहा है, साथ ही उडन दस्ता दल द्वारा समस्त रेंजों में सेटेलाईट, कैमरों एवं दूरबीन के माध्यम से अपराधियों को पकड़ने का कार्य किया जा रहा है। वनाग्नि रोकथाम वन विभाग के प्रयासों के साथ-साथ जन सहभागिता एवं जनभागीदारिता आवश्यक है।
वनाग्नि सुरक्षा दल में उप प्रभागीय वनाधिकारी देवेन्द्र सिंह, उप प्रभागीय वनाधिकारी पवन नेगी, उप प्रभागीय वनाधिकारी मोहन सिंह, उप वन क्षेत्राधिकारी दक्षिणी जखोली केसी नैनवाल, वन आरक्षी सुरजन सिंह नेगी तथा अन्य सदस्य मौजूद थे।

Related Articles

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles