भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित दूसरी शादी पर मचा बवाल, कांग्रेस के सवालों पर बोले– “तिवारी-रावत के वीडियो भी दिखाए”
हरिद्वार/देहरादून।
उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित दूसरी शादी को लेकर खासा विवाद खड़ा हो गया है। सहारनपुर की अभिनेत्री उर्मिला सनावर (अब उर्मिला राठौर) से कथित विवाह को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी बयानबाजी हो रही है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने जहां भाजपा और राठौर पर उत्तराखंड की समान नागरिक संहिता (UCC) के उल्लंघन का आरोप लगाया है, वहीं राठौर ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया।
पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने मंगलवार को देहरादून स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचकर पार्टी द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब दिया और उसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा,
“अगर कांग्रेस को वीडियो जारी करना है, तो एनडी तिवारी, हरक सिंह रावत और हरीश रावत जैसे अपने नेताओं के वीडियो भी जनता के सामने लाए। मेरा निजी मामला है, उसे बेवजह तूल दिया जा रहा है।”
उर्मिला सनावर से रिश्ता: विवादों से सुर्खियों तक
पिछले कई महीनों से सुरेश राठौर और सहारनपुर की अभिनेत्री उर्मिला सनावर के बीच संबंधों को लेकर चर्चा चल रही थी। यह मामला तब और तूल पकड़ गया जब दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप और मुकदमेबाजी की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान उर्मिला ने कई बार दावा किया कि सुरेश राठौर ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया है, जबकि राठौर इस दावे से या तो इनकार करते रहे या गोलमोल जवाब देते रहे।
हाल ही में, बीते सप्ताह दोनों ने सहारनपुर में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें सुलह की बात कही गई। उर्मिला ने मीडिया के सामने यह कहा कि
“सुरेश राठौर ने मुझे अपनी पत्नी मान लिया है।”
वहीं, राठौर ने भी उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“वो जीत गई हैं और मैं हार गया हूं।”
इस बयान को लेकर एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा गर्म हो गई कि क्या यह बयान वास्तव में उनकी दूसरी शादी की स्वीकारोक्ति है?
कांग्रेस का आरोप: UCC का उल्लंघन
कांग्रेस ने इस पूरे मामले को समान नागरिक संहिता (UCC) से जोड़ते हुए बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि राठौर की कथित दूसरी शादी UCC के प्रावधानों के सीधे खिलाफ है, क्योंकि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जहां समान नागरिक संहिता कानून 2025 से लागू होने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। हालांकि, राठौर ने इस आरोप को भी खारिज कर दिया।
उनका कहना है कि
“जिस महिला की बात की जा रही है, वह मामला 2022 का है और UCC 2025 से लागू हुआ है, तो इसमें उल्लंघन का सवाल ही नहीं उठता।”
दूसरी शादी को लेकर राठौर का गोलमोल जवाब
जब मीडिया ने उनसे सीधे तौर पर दूसरी शादी के संबंध में सवाल किया कि क्या उन्होंने कोर्ट मैरिज की या धार्मिक रीति-रिवाजों से विवाह किया, तो राठौर ने सवाल को टालते हुए कहा,
“मैंने ऐसा कहां कहा कि शादी की है? आपने मुझे फेरे लेते हुए देखा, सिंदूर डालते हुए देखा, वरमाला पहनते देखा क्या? कोई सर्टिफिकेट देखा है क्या?”
इस पर मीडियाकर्मियों ने सहारनपुर की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात याद दिलाई, तो उन्होंने सफाई दी कि
“मैंने वहां सिर्फ इतना कहा था कि वो जीत गईं और मैं हार गया। इसका मतलब यह नहीं कि मैंने शादी की पुष्टि की।”
सुरेश राठौर ने यह स्पष्ट किया कि भाजपा ने उन्हें जो कारण बताओ नोटिस भेजा था, वह दूसरी शादी को लेकर नहीं बल्कि मीडिया में उनके द्वारा कथित रूप से इस्तेमाल की गई अमर्यादित भाषा के कारण भेजा गया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने नोटिस का उचित और तथ्यात्मक जवाब दे दिया है।
“मैंने कभी पार्टी के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया, भाजपा के किसी नेता को लेकर कोई अनुशासनहीनता नहीं की है। जो भी आरोप लगे हैं, वे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हैं,” राठौर ने कहा।
इस पूरे विवाद ने एक बार फिर भाजपा की पारिवारिक और नैतिकता आधारित राजनीति को विपक्ष के निशाने पर ला खड़ा किया है। कांग्रेस इस मुद्दे को आगामी चुनावों में भुनाने की रणनीति में है, वहीं भाजपा इस विवाद से खुद को अलग रखने की कोशिश कर रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला केवल एक व्यक्तिगत रिश्ते का नहीं बल्कि भाजपा की UCC नीति, राजनीतिक नैतिकता और दोहरी मान्यताओं को लेकर भी जनता के बीच सवाल खड़े कर सकता है।
भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित दूसरी शादी और उस पर कांग्रेस के हमले ने उत्तराखंड की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। राठौर इस मामले में बचाव की मुद्रा में हैं और कांग्रेस पर पलटवार कर रहे हैं, लेकिन यह साफ है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमाएगा—खासतौर पर जब उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता के लागू होने की घड़ी नजदीक आ रही हो।