एच.एन. बहुगुणा की 36वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नेताजी और गांधीजी के विचारों का संगम था बहुगुणा का व्यक्तित्व
सत्ता से अधिक सिद्धांतों को दी प्राथमिकता, संघर्षों से भरा रहा राजनीतिक सफर
देहरादून। देश के पूर्व वित्त मंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की 36वीं पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार को घंटाघर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कांग्रेस नेताओं और अनुयायियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि स्व. बहुगुणा का व्यक्तित्व महात्मा गांधी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विचारों का संयोजन था।
धस्माना ने कहा कि एक मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले बहुगुणा ने छात्र राजनीति से शुरुआत की और स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर भाग लिया। आजादी के बाद वे कांग्रेस में श्रमिक नेता के रूप में उभरे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, संचार, पेट्रोलियम और वित्त मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए गरीबों, श्रमिकों और अल्पसंख्यकों की आवाज बुलंद की।
उन्होंने बताया कि बहुगुणा ने सत्ता की राजनीति की बजाय अपने सिद्धांतों को प्राथमिकता दी। कांग्रेस में रहते हुए जब उनके इंदिरा गांधी से मतभेद हुए, तो उन्होंने पार्टी छोड़कर बाबू जगजीवन राम के साथ कांग्रेस फॉर डेमोक्रेसी की स्थापना की, जिसका बाद में जनता पार्टी में विलय हुआ। बाद में जनता पार्टी में भी मतभेद उभरने के बाद उन्होंने लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी बनाई, जिसे बाद में लोकदल में मिला दिया गया।
अपने अंतिम समय तक वे संघर्षरत रहे और फरवरी 1989 में लखनऊ में एक विशाल रैली कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। लेकिन 17 मार्च 1989 को उनका निधन हो गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कमर सिद्दीकी और संचालन प्रमोद गुप्ता ने किया। श्रद्धांजलि देने वालों में नगर निगम पार्षद संगीता गुप्ता, अभिषेक तिवारी, सोम प्रकाश चौहान, आनंद सिंह पुंडीर, दिनेश कौशल, एस.पी. बहुगुणा, शाहिद, सरदार जसविंदर सिंह, ट्विंकल अरोड़ा, घनश्याम वर्मा, आदर्श सूद, प्रेम सागर, विवेक घिल्डियाल, अनुराग गुप्ता, कृष्णा बहुगुणा, अजय उनियाल, राजकुमार चौरसिया सहित कई गणमान्य लोग शामिल रहे।