गंगोत्री मन्दिर कमेटी नाखुश, डीएम को सौंपा ज्ञापन
उत्तरकाशी। आबकारी विभाग द्वारा हर्षिल में शराब की दुकान खोलने के लिए निविदा जारी किए जाने पर स्थानीय लोगों और पांच मंदिर समिति के सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया है।
शुक्रवार को ग्रामीणों और तीर्थ पुरोहितों ने जिला कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और हर्षिल में शराब की दुकान न खोलने की मांग की।
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मानंद सेमवाल के नेतृत्व में उपला टकनौर क्षेत्र के आठ गांवों के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर इस फैसले का विरोध किया। ग्रामीणों ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर्षिल और मुखबा का दौरा कर धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही थी, लेकिन अब सरकार यहां हर्षिल व सांकरी में शराब की दुकान खोलकर माहौल खराब करने की तैयारी कर रही है।

गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों धर्मानंद सेमवाल, सत्येंद्र सेमवाल और अशोक सेमवाल ने बताया कि मुखबा गांव, जो हर्षिल से तीन किमी की दूरी पर स्थित है, मां गंगा का शीतकालीन प्रवास स्थल है। यहां वर्षभर श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे में गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव स्थल हर्षिल में शराब की दुकान खोलना उचित नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि इससे पर्यटकों में गलत संदेश जाएगा और क्षेत्र का धार्मिक माहौल प्रभावित होगा। साथ ही, यात्राकाल के दौरान गंगोत्री धाम में शराबियों की आमद बढ़ सकती है, जिससे कानून-व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है।
गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल, यशवीर नेगी, सुमित, दलवीर सिंह, गणेश सेमवाल, कुलानंद सेमवाल, अभिषेक सिंह, खुशहाल नेगी सहित कई लोगों ने इस निर्णय का विरोध किया और सरकार से तत्काल इस योजना को रद्द करने की मांग की।