ऑगनबाड़ी सेवाओं की गुणवत्ता पर विशेष जोर, महिला सशक्तिकरण निदेशक ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा
देहरादून। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की निदेशक रंजना राजगुरु ने मुख्यालय में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की पहली समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने विभागीय योजनाओं के अनुशासनपूर्ण और संवेदनशील संचालन पर जोर दिया। निदेशक ने कहा कि सभी कार्मिक मुख्य सचिव के आदेशानुसार समय पर कार्यालय पहुंचें और अपनी ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य रूप से दर्ज करें।
निदेशक ने निर्देश दिया कि कोई भी पत्रावली उच्च स्तर पर भेजने से पहले अधिकारी उसका भलीभांति परीक्षण करें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई नागरिक किसी कार्य से मुख्यालय आए तो उसकी बात गंभीरता से सुनी जाए और नियमानुसार शीघ्र कार्रवाई की जाए।
👉 ऑगनबाड़ी सेवाओं की गुणवत्ता पर विशेष निर्देश
बैठक में निर्देश दिए गए कि जिला कार्यक्रम अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि ऑगनबाड़ी केंद्रों पर वितरित अनुपूरक पोषाहार और अन्य सामग्री उच्च गुणवत्ता की हो। यदि खराब गुणवत्ता की सामग्री पाई गई तो संबंधित अधिकारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
👉 जिलाधिकारियों व मुख्य विकास अधिकारियों को दिए गए निर्देश
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सभी योग्य गर्भवती, धात्री महिलाएं और बच्चे ऑगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत हों ताकि पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी की जा सके।
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ऑगनबाड़ी कर्मियों की चयन प्रक्रिया शीघ्र पूरी कर नवचयनित कर्मियों से योगदान लिया जाए।
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निर्माणाधीन ऑगनबाड़ी केंद्रों की गुणवत्ता का नियमित निरीक्षण किया जाए।
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ड्रॉपआउट किशोरियों को चिन्हित कर उनका स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित किया जाए।
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ऑगनबाड़ी केंद्रों के उन्नयन में कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत सहयोग लिया जाए।
निदेशक ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे विभागीय योजनाओं की प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित करें ताकि लाभार्थियों को योजनाओं का अधिकतम लाभ मिल सके।